Skip to main content

Virat Kohli is perfect for No. 4 spot: AB de Villiers

India has struggled to find a suitable No.4 ever since Yuvraj Singh retired from cricket from | The Hindu https://ift.tt/gQTYZn4

IND vs ENG: जानें, क्यों अहम है मुकाबला, कौन कितने पानी में

बर्मिंगम वर्ल्ड कप में आज एजबेस्टन में दुनिया की नंबर एक टीम इंडिया का नंबर 2 टीम इंग्लैंड से मुकाबला काफी रोमांचक होने की उम्मीद है। टीम इंडिया जहां इसी मैच से सेमीफाइनल में एंट्री का इंतजार खत्म करना चाहेगी, वहीं अंग्रेजों के लिए यह मैच 'करो या मरो' जैसा है। इंग्लैंड की कोशिश मैच जीतकर सेमीफाइनल की उम्मीदों को जिंदा रखने की होगी। आइए, समझते हैं कि क्यों यह मैच काफी अहम है, दोनों टीमों का एक दूसरे के खिलाफ ओवरऑल और हाल के समय में कैसा प्रदर्शन रहा है। वर्ल्ड कप में अबतक अजेय टीम इंडिया विराट कोहली की अगुआई में टीम इंडिया अबतक वर्ल्ड कप की इकलौती अजेय टीम है। भारत ने अबतक 6 मुकाबले खेले हैं, जिनमें 5 में जीत हासिल की है और एक मैच बारिश की वजह से रद्द हो गया था। इस तरह 11 अंकों के साथ टीम इंडिया पॉइंट टेबल में दूसरे स्थान पर है। इस मैच में टीम इंडिया ऑरेंज जर्सी में उतरेगी। क्यों अहम है मैच भारत के लिए यह मैच इसलिए अहम है कि उसे सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए सिर्फ एक जीत की दरकार है। अगर मैच टाई होता है या बारिश की वजह से रद्द होता है तो यह भी इंडिया के लिए सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए पर्याप्त होगा। दूसरी तरफ, इंग्लैंड की टीम अगर यह मैच हार जाती है तो उसकी सेमीफाइनल की राह बेहद मुश्किल हो जाएगी क्योंकि तब यह अन्य टीमों के प्रदर्शन पर निर्भर करेगा। इंग्लैंड 7 मैचों में 4 जीत और 3 हार के साथ 8 अंक लेकर पॉइंट टेबल में 5वें पायदान पर है। दोनों टीमों का एक दूसरे के खिलाफ प्रदर्शन सभी एकदिवसीय मैचों में भारत और इंग्लैंड के बीच यह 100वां एकदिवसीय मैच है। अबतक हुए 99 मैचों में भारत ने 53 जीते हैं और इंग्लैंड के खिलाफ उसका जीत प्रतिशत 56 का है। आंकड़ों में भी यहां भारत का पलड़ा भारी दिख रहा है। वर्ल्ड कप मैचों में हालांकि, वर्ल्ड कप मैचों में इंग्लैंड का पलड़ा भारी है। इस मैच से पहले तक दोनों टीमें वर्ल्ड कप में 7 बार भिड़ चुकी हैं। इसमें भारत सिर्फ 3 जीत पाया है और उसका जीत प्रतिशत 43 है। पिछले 5 मैचों में बात अगर दोनों टीमों के पिछले 5 मुकाबलों की करें तो भारत इनमें से सिर्फ 2 ही जीत सका है और उसका जीत प्रतिशत 40 है। एजबेस्टन के मैदान में आज का मुकाबला एजबेस्टन में खेला जाएगा जहां भारत का रेकॉर्ड शानदार रहा है। यहां भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ कुल 4 मैच खेले हैं, जिनमें से 3 में जीत हासिल की है यानी 75 प्रतिशत मैचों में जीत हासिल की है। इसके अतिरिक्त, एजबेस्टन में भारत ने इंग्लैंड समेत अन्य टीमों के खिलाफ पिछले 5 मैचों में किसी में भी नहीं हारा है। वर्ल्ड कप में अबतक भारत का सफर भारत 1983 और 2011 में वर्ल्ड कप जीत चुका है। मौजूदा वर्ल्ड कप में उसने अबतक 6 मैच खेले हैं। 5 में जीत हासिल की है और 1 मैच रद्द हो गया। भारत के 6 मैचों में 11 अंक हैं। टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 6 विकेट से, ऑस्ट्रेलिया को 36 रन से, पाकिस्तान को 89 रन से, वेस्ट इंडीज को 125 रन से और अफगानिस्तान को 11 रनों से हराया है। न्यू जीलैंड के खिलाफ मैच बारिश की वजह से रद्द हो गया था। वर्ल्ड कप में अबतक इंग्लैंड का सफर इंग्लैंड की टीम 3 बार- 1979, 1987 और 1992 में फाइनल में पहुंची थी लेकिन कभी ट्रोफी नहीं जीत सकी। मौजूदा वर्ल्ड कप में अबतक उसके 7 मैचों से 8 पॉइंट हैं। उसने दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश, वेस्ट इंडीज और अफगानिस्तान को हराया है। लेकिन उसे पाकिस्तान, श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा है। दोनों टीमों के मजबूत और कमजोर पक्ष टीम इंडिया मजबूती भारत के पास कोहली और रोहित के रूप में 2 मैच जिताऊ बल्लेबाज हैं। इसके अलावा भारत के पास वर्ल्ड कप में बुमराह, शमी, चहल और कुलदीप के रूप में सबसे घातक गेंदबाजों की चौकड़ी है। कमजोरी मिडल ऑर्डर के बल्लेबाज संघर्ष कर रहे हैं। पहले से चली आ रही चौथे नंबर की समस्या बरकरार है। इसी वजह से भारत इस दुविधा में रहेगा कि रिषभ पंत को विजय शंकर या केदार जाधव के ऊपर तरजीह दें या नहीं। इंग्लैंड मजबूती पिछले हफ्ते तक एकदिवसीय मैचों की नंबर एक टीम थी। उसके पास विस्फोटक बल्लेबाजी क्रम है। इसके अलावा युवा जोफ्रा आर्चर ने गेंदबाजी को ताकत दी है। कमजोरी जब मन मुताबिक नहीं होता यानी प्लान A फेल हो जाता है तो ऐसा लग रहा है कि इंग्लैंड को कुछ नहीं सूझ रहा है। बेयरस्टो, बटलर, मोईन अली जैसे प्रमुख विस्फोटक बल्लेबाज अहम मौकों पर चूक रहे हैं। फील्डिंग खासकर कैचिंग बहुत खराब है। भारत के खिलाफ मैच में इंग्लैंड के खिलाफ यह दुविधा रहेगी कि 2 स्पिनरों अली और राशिद के साथ खेलना चाहिए या नहीं। इंग्लैंड के खिलाफ टीम इंडिया के स्टार इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टीम में सबसे सफल बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी हैं, जिन्होंने एक शतक के साथ कुल 1504 रन बनाए हैं। इसी तरह इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय गेंदबाजों में रविंद्र जाडेजा सबसे सफल हैं, जिन्होंने 22 विकेट लिए हैं। भारत के खिलाफ इंग्लैंड के स्टार इंग्लैंड की मौजूदा टीम में जो रूट भारत के खिलाफ सबसे सफल बल्लेबाज हैं। उन्होंने 3 शतकों के साथ 684 रन बनाए हैं। बात अगर गेंदबाजी की करें तो मौजूदा टीम में क्रिस वोक्स ने भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा 15 विकेट लिए हैं। मौजूदा वर्ल्ड कप में दोनों टीमों के बेस्ट परफॉर्मर भारत वर्ल्ड कप में भारत की तरफ से रोहित शर्मा टॉप स्कोरर हैं जिन्होंने अबतक 338 रन बनाए हैं, जिनमें 2 शतक और 1 अर्धशतक शामिल है। वर्ल्ड कप में भारतीय बल्लेबाजों में हार्दिक पंड्या का 142 स्ट्राइक रेट है जो सबसे ज्यादा है। इसी तरह भारतीय गेंदबाजों में मोहम्मद शमी सबसे सफल हैं। उन्होंने 56 रन देकर 8 विकेट लिए हैं यानी औसतन हर 7 रन खर्च करने पर एक विकेट। इंग्लैंड मौजूदा वर्ल्ड कप में जो रूट इंग्लैंड की तरफ से अबतक सबसे सफल बल्लेबाज हैं। उन्होंने 432 रन बनाए हैं जिसमें 2 शतक और 3 अर्धशतक शामिल हैं। इंग्लिश गेंदबाजों में जोफ्रा आर्चर सबसे सफल हैं, जिन्होंने इस वर्ल्ड कप में 16 विकेट लिए हैं। बेन स्टोक्स का इकॉनमी रेट 4.6 है जो इंग्लिश गेंदबाजों में सबसे अच्छा है।


from Cricket News in Hindi, Cricket Updates, Live Scorecard, Schedules, Results, Teams and Points Table – Navbharat Times https://ift.tt/2RKvSZQ

Comments

Popular posts from this blog

Past Masters of Indian Badminton: Sarojini, Sunila and Sanjeevani Apte - a tale of three sisters who ruled the Nationals

Editor's Note:  Owing to the Coronavirus outbreak, all sporting action across the globe stand suspended or cancelled. The crisis, however, presents us with an opportunity to step back, rethink, and write on sports differently. In line with this thought, we are running a series of profiles on India's illustrious badminton stars. The articles, penned by Shirish Nadkarni, promise to take you on a nostalgia trip while touching upon the lesser-known facets from the lives of the past masters. Few badminton players can boast of the kind of consistency and all-round excellence that characterised Sarojini, the eldest of the three Apte sisters who dominated Indian badminton in the mid-1960s. Sarojini played in six Indian Nationals, from 1962 to ’67, and figured in the finals of all the three events in all the six years, except for a solitary ladies doubles final in 1964. In other words, seventeen out of eighteen National finals, but producing a slightly better than one-third result – s...